Friday 18 October 2019

कहमुकरी /आभा दवे


देखे बादल काले- काले
झूम उठे होकर मतवाले
मन में जागे अब तो हिलोर
क्यों सखि साजन ?नहीं सखि मोर

*आभा दवे*

No comments:

Post a Comment