*आशा*
----------
मन में उमंग जगाए
सपने नए दिखाए
दूर खड़ी निहारें सबको
वही आशा कहलाए ।
काँटे पथ पर लाख हो
उम्मीद न बुझने पाए
दीप की लौ जैसे जले
वह भी आस दिखाए ।
भटके न राह पथिक
कदम -कदम पर जोश
हौसला बढ़ाती जाए
अटल विश्वास जगाए
आशा की किरण सबके
मन को छू कर उत्साह जगाए ।
*आभा दवे*
No comments:
Post a Comment