हाइकु -सजृन पर/आभा दवे
हाइकु -सजृन पर/आभा दवे
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१)प्रभु सृजन
ये रंगीला संसार
सब है माया ।
२)कवि सजृन
प्रकृति सौंदर्य का
मन का खेल ।
३)सूफ़ी विचार
ज्ञान की परख है
रहस्यमयी ।
४)दैवी स्वरूप
अद्भुत सजृन है
कुदरत का ।
५) न्यारा सजृन
सम्पूर्ण सृष्टि रूप
प्रभु के हाथ ।
आभा दवे
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