Saturday 21 September 2019

हाइकु -सजृन पर/आभा दवे

हाइकु -सजृन पर/आभा दवे
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१)प्रभु सृजन

   ये रंगीला संसार 

   सब है माया ।

२)कवि सजृन
 
   प्रकृति सौंदर्य का 

   मन का खेल ।

३)सूफ़ी विचार

   ज्ञान की परख है 

   रहस्यमयी ।

४)दैवी स्वरूप 

   अद्भुत सजृन है 

   कुदरत का ।

५) न्यारा सजृन 

  सम्पूर्ण सृष्टि रूप  

   प्रभु के हाथ ।

आभा दवे 

     

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