वर्ण पिरामिड* /आभा दवे
1) ये
जय
हिंद का
नारा लगा
सुभाष चंद्र
ने जगाया जोश
राष्ट्र नतमस्तक ।
2) थे
नेता
सफल
फ़ौज बना
आजाद हिंद
संभाली कमान
देशभक्ति जगाई ।
3) वे
जेल
गए थे
बंदी बने
देश खातिर
घुटने न टेके
अंग्रेजों के सम्मुख ।
4) ये ,
तुम
मुझे दो
खून , तुम्हें
आजादी दूँगा
मैं, का यह नारा
जग प्रसिद्ध हुआ ।
5) न
जाने
खो गए
अचानक
कहाँ गए वे
एक पहेली सी
बनी हुई सदा से ।
*आभा दवे*
18-8-2019 रविवार
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