Friday 9 August 2019

कविता - परीक्षा पर /आभा दवे

परीक्षा  /आभा दवे 
--------

करवट बदलती रहती है हमेशा जिंदगी
काँटों और फूलों के संग झूलती जिंदगी
खट्टे -मीठे अनुभव में बँधी हुई थिरकती
परीक्ष लेती  दरिया सी बहती जिंदगी ।

आज -कल का नहीं है ये सफर जिंदगी का
सदियों से चला आ रहा दौर मुश्किलों का
हार -जीत के पलड़े होते रहते ऊँचे-नीचे
परीक्षा की सुई दौड़ती वक्त के आगे-पीछे ।

सफलता -विफलता कहती सभी के 
जीवन की अनोखी , अद्भुत कहानी 
लगा पार वही जिसने सीखी जिंदगानी
विजयी मुस्कान लिए परीक्षा में सफल हुए।

आभा दवे



No comments:

Post a Comment